Filmmaking equipment

Filmmaking equipment | फ़िल्म बनाने के लिए आवश्यक उपकरणों की पूरी सूची

Filmmaking equipment |
फ़िल्म बनाने के लिए आवश्यक उपकरणों की पूरी सूची

फिल्म-निर्माण एक कठिन और कलात्मक कार्य है | फिल्म-निर्माण में अगर कोई फिल्म-निर्माता सही
और जरुरी उपकरण के साथ शूटिंग स्थल पे नहीं पहुँचते हैं तो शूटिंग में काफी ज्यादा परेशानी का
सामना करना पड़ सकता है |

फिल्म निर्माण के शुरुआत में ही फिल्म शूटिंग से जुड़े उपकरण का लिस्ट तैयार करना जरूरी होता
है | फिल्म के शूट में कौन से कैमरा का इस्तेमाल होगा कौन से शॉट में क्या लाइट लगेगा और साउंड को
रिकॉर्ड करने के लिए कौन से साउंड रिकॉर्डर का इस्तेमाल करना है ये सभी चीजों के ऊपर पहले से
तयारी होना जरूरी है |

किसी भी फिल्म के बजट के हिसाब से ही उस फिल्म में इस्तेमाल करने के लिए सही उपकरण का
चुनाव किया जाता है | अगर कोई शार्ट फिल्म बना रहे हैं जो काफी कम बजट का है तो उसमे बड़े कैमरा
का इस्तेमाल करना वेबकूफी है |

फिल्म का बजट क्या है उसी के हिसाब से फिल्म के उपकरण का चुनाव करना जरूरी होता है |

फिल्म-निर्माण तीन चरण में पूरा होता है –

इन तीन चरणों में फिल्म के अलग-अलग प्रक्रिया को पूरा किया जाता है | और उसके लिए जरूरी उपकरण
के बारे में इस पोस्ट के अंदर चर्चा करेंगे |

Pre-Production | प्री-प्रोडक्शन

filmmaking equipment
filmmaking equipment

प्री-प्रोडक्शन फिल्म निर्माण का सबसे शुरूआती प्रक्रिया है इस प्रक्रिया के अंदर फिल्म के स्क्रिप्ट को लिखा
फिल्म स्क्रिप्ट लिखने के लिए कुछ फिल्म स्क्रिप्ट सॉफ्टवेयर हैं उसका इस्तेमाल कर सकते हैं |
स्क्रिप्ट राइटिंग का एक फॉर्मेट होता है जिसके मदद से फिल्म को शूट करना काफी आसान होता है |

filmmaking equipment for production

1. Screenwriting Software

फिल्म के स्क्रिप्ट राइटर कौन सा सॉफ्टवेयर जानते हैं उसके हिसाब सही उन्हें वो सॉफ्टवेयर उपलब्ध करवाना
होता है |

निचे कुछ स्क्रीन राइटिंग सॉफ्टवेयर दिए गए हैं जसका इस्तेमाल बड़े-बड़े फिल्म प्रोडक्शन
कंपनी के अंदर होता है | इन सॉफ्टवेयर में से जो भी सॉफ्टवेयर बजट और फंक्शन के हिसाब
से सही लगे वो सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर सकते हैं |

2. Storyboard Maker

स्टोरी-बोर्डिंग फिल्म की कहानी की कल्पना करने का एक तरीका है। स्क्रिप्ट को कल्पना के
आधार पर इमेज सीक्वेंस के रूप में तैयार करना स्टोरीबोर्ड कहलाता है | प्रत्येक फिल्म के सीन
और शॉट स्क्रिप्ट राइटर जो भी लिखता है उसको इमेजिनेशन कर के स्टोरीबोर्डिंग आर्टिस्ट एक
टेमपलेट तैयार करता है जिससे फिल्म-निर्माण में उस सीन या शॉट को शूट करने के लिए एक
रेफ़्रेन्स मिल जाता है और फिल्म शूट करने में आसानी होती है |

(एक कॉमिक बुक की तरह) ग्राफ़िक्स के मदद से पिक्चर तैयार करना होता है|
जो प्रत्येक शॉट में होने वाली हर चीज को समझाता है – और फिल्म निर्माण में
मदद देता है।

निचे स्टोरीबोर्डिंग सॉफ्टवेयर की एक पूरी लिस्ट दी गई है इनमे से जो सॉफ्टवेयर बजट के
हिसाब से और इस्तेमाल करने में आसानी हो उस सफ्टवारे को अपने फिल्म निर्माण में इस्तेमाल
कर सकते हैं |

  • StudioBinder
  • OpenToonz
  • TVPaint
  • Paper
  • Penultimate
  • Camera-Storyboard
  • Moviestorm
  • FrameForge
  • ShotPro
  • Power Production Software
  • StoryBoardPro
  • StoryBoard Fountain
  • Toon Boom Storyboard Pro
  • Prolost Boardo
  • Storyboard Composer
  • Artemis Pro
  • Astropad Standard
  • Procreate
  • Cinemek Storyboard Composer
  • Shot Designer
  • Make Storyboard
  • Adobe Photoshop
  • Storyboard That
  • Clip Studio Paint

स्क्रिप्ट और स्टोरीबोर्ड तैयारहोने के बाद फिल्म निर्माण के अगले प्रक्रिया यानि की
प्रोडक्शन में जा सकते हैं | फिल्म निर्माण के प्रोडक्शन प्रक्रिया में कौन- कौन से उपकरण की
आवश्यकता होती है उसके बारे में आगे डिटेल्स से जानकरी प्राप्त करेंगे |

Production | प्रोडक्शन

प्रोडक्शन प्रक्रिया के अंदर फिल्म की शूटिंग की जाती है | प्रोडक्शन के अंदर फिल्म कि शूटिंग से जुड़े
उपकरण की जरुरत होती है |
निचे उन सभी उपकरण के बारे में एक-एक कर के जानते हैं | कौन से उपकरण का क्या काम है और
फिल्म निर्माण में क्यों जरुरी है |

( Filmmaking equipment for production)

1. Camera

filmmaking equipment
filmmaking equipment

फिल्म को शूट करने के लिए फिल्म कैमरा का इस्तेमाल की जाता है | बिना कैमरे
के किसी भी प्रकार का फिल्म बनाना और उसको शूट करना एकदम संभव नहीं है|
अगर प्रोफेशनल कैमरा बजट में नहीं आ सकता है तो फ़ोन कैमरा के मदद से भी फिल्म को
आसानी से शूट किया जा सकता है |

कैमरा कई तरह के होते हैं और सबका प्राइस रेंज भी अलग-अलग होता है | जितना फिल्म का
बजट है उसी के हिसाब से कैमरा ले सकते हैं और फिल्म शूट कर सकते हैं |

2. Camera Equipments

camera equipment
camera equipment

सिर्फ कैमरे से फिल्म के सभी शॉट क शूट करना संभव नहीं है |अलग-अलग शॉट को शूट करने के लिए
अलग-अलग टूल्स और उपकरण की आवश्यकता होती है |
जैसे फिल्म के क्लोज़-अप शॉट को शूट करने के लिए अलग लेंस की आवश्यकता होती है वहीं फिल्म
के लॉन्ग डिस्टेंस शॉट को शूट करने के लिए दूसरे लेन्सेस की आवश्यकता होती है |
वहीं अगर कोई शॉट में मूवमेंट है तो उसके लिए Dolly, Slider,jib इत्यादि प्रकार के उपकरण की आवश्यकता
हो सकती है |

आगे अलग-अलग कैमरा में लगने वाले उपकरण के बारे में जानेगे की कब किस उपकरण की जरुरत होप्ती है |

Lenses

कैमरा का लेंस काफी इम्पोर्टेन्ट उपकरण है जो फिल्म के अलग-अलग शॉट को शूट
करने के लिए अलग-अलग लेंस की आवश्यकता होती है |
फिल्म-निर्माण में कौन-कौन से लेंस की आवश्यकता होगी इसके बारे में DOP (डायरेक्टर ऑफ़ फोटोग्राफी )
की मदद ली जा सकती है |

Tripod

Tripod का इस्तेमाल कैमरा को स्टेबल करने के लिए किया जाता है | फिल्म में अगर कोई शॉट ऐसा है
जिसमे कैमरा हिलता-डुलता नजर नहीं आता है तो ऐसे शॉट के लिए Tripod का इस्तेमाल कर सकते हैं |

Storage

फिल्म के शूट होने के बाद उसको किसी मेमोरी कार्ड में या हार्ड डिस्क में सुरक्षित रखा जाता है |
फिल्म कितने लम्बे समय की बनेगी उसके हिसाब से मेमोरी कार्ड और हार्ड-डिस्क की आवश्यकता
होती है |

Dolly

फिल्म में smooth horizontal मूवमेंट के लिए Dolly उपकरण की आवश्यकता होती है |
अगर फिल्म के अंदर कोई ऐसा शॉट है जिसमे इस तरह का मूवमेंट है तो डॉलीDolly उपकरण
ले सकते है |

Slider

automated sliding movement के लिए स्लाइडर का इस्तेमाल किया जाता है |
फिल्म के सीन को CINEMATIC करने के लिए स्लाइडर उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है |

Jib

vertically and horizontally के लिए jib का इस्तेमाल किया जाता है |
फिल्म के सीन को सिनेमेटिक करने के लिए jib उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है |

फिल्म-निर्माण में फिल्म के बजट और सिनेमेटोग्राफर के डिमांड के हिसाब से कैमरा के उपकरण
का इस्तेमाल किया जाता है | अगर सिनेमेटोग्राफर क़ाफ़िए अनुभव वाला है तो वो फिल्म के सीन को
काफी ज्यादा सिनेमेटिक स्टाइल में शूट कर सकता है और उसके लिए वो अलग-अलग कैमरा उपकरण
का डिमांड प्रोडक्शन से कर सकता है |

3. Sound Equipment

Sound Equipment के मदद से फिल्म के साउंड को रिकॉर्ड किया जाता है | फिल्म-निर्माण में
एक्टर जो डायलॉग बोलता है उसको रिकॉर्ड करने के लिए साउंड-रिकॉर्डर की आवश्यकता होती
है | फिल्म निर्माण में काफी उच्च गुणवत्ता वाली साउंड रिकॉर्डिंग उपकरण चाहिए तभी किसी
फिल्म की अच्छी साउंड रिकॉर्ड की जा सकती है |

 Film Lights

Light

फिल्म-निर्माण में फिल्म को शूट करने के लिए कैमरा के साथ-साथ अच्छी लाइट का होना
नहीं अनिवार्य है | लाइट इ मदद से भी किसी सीन को इमोशनल और सिनेमेटिक बना सकते हैं |

दिन में अगर फिल्म शूटिंग हो रही है उसके लिए अलग लाइट की आवश्यकता होती है और रात
के सीन को शूट करने के लिए अलग लाइट की आवश्यकता होती है | फिल्म में स्क्रिप्ट के हिसाब
से सिनेमेटोग्राफर से सलाह ले सकते हैं की उन्हें कौन से लाइट की आवश्यकता होती और उसी के
हिसाब से लाइट का इंतजाम कर सकते हैं |

Clapperboard

अगर ऑडियो और वीडियो दो अलग अलग डिवाइस में रिकॉर्ड हो रहे हैं तो दोनों को
sync करने के लिए Clapperboard की अविकता होती है | जब कोई शॉट रेडी होता है तो
कैमरा और साउंड रिकॉर्डर को चालू करने से पहले Clapperboard का इस्तेमाल किया जाता है |

Make up Kit

फिल्म के अंदर अच्छे तरह से कैमरा पे एक्टर और एक्ट्रेस को दिखने के लिए मेकअप
किया जाता है |
मेकअप किट के अंदर काफी सरे छोटे छोटे टूल्स होते हैं जिसके मदद से मेकअप आर्टिस्ट
एक्टर को मेकअप करते हैं |

वहीं फिल्म में blood या कट मार्क दिखने के लिए प्रोस्थेटिक-मेकअप किया जाता है |
और प्रोस्थेटिक मेकअप करने के लिए उससे जुड़े टूल्स और प्रोडक्ट का इंतजाम करना होता है |
प्रोस्थेटिक-मेकअप क्या है इस पोस्ट के माध्यम से प्रोस्थेटिक मेकअप के बारे में जान सकते हैं |

और भी चीजें है जिसको प्रोडक्शन में इस्तेमाल किया जाता है | जितना ज्यादा उपकरण
इस्तेमाल करेंगे उतना ज्यादा बजट बढ़ेगा | ये कुछ बेसिक चीजें हैं जिसकी जरूरत फिल्म शूट
करने में होती ही है |

जब फिल्म शूट हो जाती है तब वो एडिट के लिए फिल्म निर्माण के आखिरी चरण यानि की
पोस्ट-प्रोडक्शन की प्रक्रिया में चली जाती है |
आगे हम बात करेंगे की पोस्ट-प्रोडक्शन प्रक्रिय में कौन-कौन से उपकरण की आवश्यकता होती
है |

PostProduction | पोस्टप्रोडक्शन

post production tools
Filmmaking equipment

पोस्ट-प्रोडक्शन फिल्म निर्माण की सबसे आखिरी प्रक्रिया है | पोस्ट-प्रोडक्शन प्रक्रिया के अंदर
फिल्म के एडिटिंग और कलर-ग्रेडिंग की जाती है |
फिल्म एडिटिंग के लिए क्या क्या उपकरण चाहिए और फिल्म के कलर-ग्रेडिंग के लिए क्या क्या
उपकरण चाहिए इसके बारे में बात करेंगे |

( Filmmaking equipment for post-production)

1. Editing Software

फिल्म को एडिट करने के लिए फिल्म एडिटिंग सॉफ्टवेयर और कंप्यूटर की आवश्यकता होती है |
मार्किट में कई सरे फिल्म एडिटिंग सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं कुछ फ्री हैं और कुछ सॉफ्टवेयर के लिए
पैसे देने होते हैं |

फिल्म के पोस्ट-प्रोडक्शन डिपार्टमेंट में वीडियो एडिटर कौन सा सॉफ्टवेयर जानता है उसके हिसाब से
वीडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर लेना होता है | सभी सॉफ्टवेयर के टूल्स और इंटरफ़ेस अलग-अलग होते हैं |
इसी लिए सॉफ्टवेयर लेने से पहले फिल्म के एडिटर से संपर्क कर लें जरूरी है |

निचे लिंक पे क्लिक कर के वीडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर के बारे में डिटेल्स से जान सकते हैं |

  • Adobe Premiere Pro
  • Final Cut Pro X
  • DaVinci Resolve
  • Corel VideoStudio
  • Filmora
  • CyberLink PowerDirector 365
  • Pinnacle Studio
  • Media Composer

वीडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर की सूची

2. Visual Effects (vfx) software

फिल्म में किसी सीन में अगर बैकग्राउंड बदलना हो तो उसमे ग्रीन स्क्रीन का इस्तेमाल किया
जाता है, और उस ग्रीन-स्क्रीन को हटा कर CGI (कंप्यूटर जनरेटेड इमेजरी) का इस्तेमाल
किया जाता है इस प्रक्रिया को वफस कहते हैं|

फिल्म में अगर कुछ Visual Effects (vfx) इस्तेमाल करना हो तो उसमे Visual Effects (vfx)
software का इस्तेमाल किया जाता है |

  • Maya
  • 3ds Max
  • After Effects
  • fusion
  • Nuke
  • ZBrush
  • Substance Painter
  • Unreal Engine

3. Color-Grading software

फिल्म शूट होने के समय उसमे कोई कलर नहीं होता है | फिल्म के सीन को कलर करने के लिए और
सीन के अंदर कही पे ब्राइटनेस ज्यादा है तो उसको कण्ट्रोल करने के लिए उसके साथ ही कंट्रास्ट को
Adjust करने के लिए कलर-ग्रेडिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है |

  • DaVinci Resolve 
  • Final Cut Pro X
  • Red Giant Magic Bullet Colorista
  • Adobe Premiere Pro (Lumetri)

4. Digital Audio Workstation (DAW)

फिल्म में कई तरह के साउंड का इस्तेमाल होता है | एक साउंड तो फिल्म सेट पे ही
रिकॉर्ड होता है जिसके अंदर डायलॉग होता है, और उसके साथ और भी कई साउंड होते हैं
जैसे- साउंड इफेक्ट्स, बैकग्राउंड म्यूजिक |
इन सभी साउंड को मिक्स करने के लिए साउंड डिज़ाइनर DAWs का इस्तेमाल करता है |
ये सॉफ्टवेयर का जरूरत पोस्ट-प्रोडक्शन में साउंड को मिक्स करने के लिए हो सकता है |

  • Digital Audio Workstation (DAW)
  • Adobe Audition
  • GarageBand
  • Audacity
  • Logic Pro X
  • Ableton Live
  • Sound Forge
  • FL Studio.
  • Studio One

ये कुछ Filmmaking equipment की सूचि है जिसका इस्तेमाल फिल्म बनाने के लिए
किया जाता है | अगर फिल्म की बजट जिस हिसाब से होता है उसी हिसाब से उपकरण
भी इस्तेमाल किया जाता है |

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